पश्चिमी अफगानिस्तान में एक दवा कंपनी पर हुए हमले में 30 नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि यूएन की रिपोर्ट में की गई है। हालांकि, अमेरिका ने रिपोर्ट के निष्कर्षों से अपनी असहमति जताई है।
काबुल
संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि पश्चिम अफगानिस्तान में नशीली दवाइयां बनाने वाली कई कंपनियों पर अमेरिकी हमलों में कम से कम 30 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। यूएन की इस रिपोर्ट से अमेरिका ने असहमति जताई है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) ने 4 महीने तक जांच की थी।
यूएन की जांच टीम ने 5 मई को जब अमेरिकी सेना ने दर्जनों स्थलों पर बमबारी की थी, जिनकी पहचान तालिबान के मेथांफेटामाइन प्रयोगशालाओं के रूप में की गई है, इसकी जांच की थी। एक बयान में, यूएनएएमए ने कहा कि उसने 5 मई के हवाई हमलों के कारण 14 बच्चों और एक महिला सहित 39 आम नागरिकों के हताहत होने का सत्यापन किया है। उनमें से 30 की मौत हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र ने पहले भी नागरिकों की मौत पर जताई गई चिंता
यूएस फोर्सेज-अफगानिस्तान ने यूएनएएमए की रिपोर्ट को खारिज करते हुये एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। बता दें कि इसी साल सितंबर में यूएन ने अपनी रिपोर्ट में तालिबान और अमेरिकी सेना के संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने पर चिंता जताई थी। यूएन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि अफगान सेना और नाटो सेना की कार्रवाई में अब तक आतंकवादियों से ज्यादा अफगानिस्तानी नागरिकों की मौत हुई है।